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IPL 2025 के लिए BCCI के 5 New Rule | RTM | Auction | MI | CSK | RCB | और भी Franchise टीम के लिए ।

(Image credit-social media)

क्रिकेट का खेल बड़ा ही रोमांचक है और इसको और रोमांचक बनाते हैं इसमें ऐड होने वाले नए नियम इंटरनेशनल क्रिकेट में तो हम देखते हैं कि हर कुछ समय में कुछ नए नियम आते रहते हैं लेकिन इस बार आईपीएल 20225 से पहले इस क्रिकेट की सुपरहिट लीग में आपको कुछ नए नियम दिखाई दे सकते हैं आईपीएल में पांच नए नियम की हुई एंट्री किसे फायदा और किसे होगा नुकसान हर साल की तरह या हर बार की तरह आप सभी को आईएल का बड़ा बेसब्र से इंतजार रहता है और उससे पहले आपको इंतजार रहता है आईपीएल ऑक्शन का और इस बार फ्रेंचाइजी ने कहा है कि यह नए नियम लेकर आओ जिससे हमें जिता हो क्या ऑक्शन के लिए नियम है जो फ्रेंचाइजी ने प्रपोज किए है बीसीसीआई को बताते हैं तो देखिए सबसे पहले 5 साल के बाद हो मेगा ऑक्शन सभी आईपीएल फ्रेंचाइजी का कहना है कि एक नया नियम बनाया जाए कि भैया अब हर 5 साल के बाद मेगा ऑक्शन आईएल में देखने को मिले मैं आपको बता दूं 3 साल में ना हो मेगा ऑक्शन अभी हर 3 साल के बाद यह नियम है बीसीसीआई का कि हर न साल के बाद मेगा ऑक्शन होता है लेकिन अब यह कहना है किसका फ्रेंचाइजी का कि एक नया नियम बनाया जाए जिसमें हर 5 साल के बाद मेगा ऑक्शन हो जिससे जो प्लेयर्स हैं जो सेटअप एक बार बने कम से कम 5 साल तक केले हर तीन साल में ना बदलाव हो आगे बढ़ते हैं चार छह खिलाड़ी रिटेन की परमिशन साथ ही यह कहा है कि चार से छह खिलाड़ी हमें रिटेन करने की परमिशन दी जाए यह फ्रेंचाइजी का कहना है बीसीसीआई वालों को जो रिटेंशन खिलाड़ियों की सीमा है उसको आप प्लीज बढ़ा दो अभी सिर्फ चार प्लेयर होते हैं रिटेन अभी जो बीसीसीआई का रूल है उसके अकॉर्डिंग आप 
सिर्फ और सिर्फ चार प्लेयर को ही रिटेन कर सकते हैं फ्रेंचाइजी को आठ राइट टू मैच कार्ड मिले साथ ही यह कहना है फ चाइजी का कि हमको आठ राइट टू मैच कार्ड मिले राइट टू मैच कार्ड का नियम इंट्रोड्यूस हुआ था आईपीएल में जिसे कुछ समय बाद हटा लिया गया लेकिन अब फ्रेंचाइजी का कहना है कि भ हमें आठ राइट टू मैच काट दो हम जिसको चाहे जब चाहे जैसे खरीद सके तो ये एक नया नियम है फ्रेंचाइजी की तरफ से प्रपोज किया गया है खिलाड़ियों से पैसे की डायरेक्ट बात अभी क्या होता है कि फ्रेंचाइजी खिलाड़ियों से 
डायरेक्ट बात नहीं कर पाती पैसे की अगर वो 
ऐसा करेंगे तो उन परे जुर्माना लग सकता है 
अब लेकिन यह कहना है फ्रेंचाइजी का कि भाई 
हमें डायरेक्ट बात करने दो प्लेयर से अगर 
हम किसी को चाहे 30 करोड़ देना चाहे 40 
करोड़ देना चाहे हमें खुद देने दो हम अगर 
कैश भी देना चाहे अलग से देना चाहे या 
उनके अकाउंट में ट्रांसफर करना चाहे वो 
हमें अलग करने दो बाकी जो आपका ऑक्शन वाला मामला है उसको सेपरेट रखो साथ ही उन्होंने फ्रेंचाइजी ने कहा कि भाई हम जो भी करेंगे हम बीसीसीआई को बता देंगे लेकिन हमें बांध के मत रखो कि यह नहीं हो सकता वो नहीं हो सकता आगे बढ़ते हैं एक खिलाड़ी ही रिटर्न हो ये एक फ्रेंचाइजी के सीओ का कहना है अब 
कुछ जो बड़ी मजबूत टीमें उनके फ्रेंचाइजीज 
का कहना कि हमें ज्यादा प्लेयर रिटेन करने 
दो अब जो कुछ कमजोर टीमें हैं उन्होंने कहा सिर्फ एक ही प्लेयर रिटेन हो ज्यादा प्लेयर हमें रिटेन नहीं करने तो ये अलग-अलग नियम प्रपोज किए जा रहे हैं अलग-अलग फ्रेंचाइजी हों की तरफ से बीसीसीआई को इस साल का जो मेगा ऑक्शन है उससे पहले लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि इनमें से कितने नियम बीसीसीआई मानती है कितने नियम को हटा देते है हालांकि मेरा भी मानना है हर 3 साल में ऑक्शन नहीं होना चाहिए मेगा 5 साल 6 साल या 10 साल में मेगा ऑक्शन करो यार कि एक जो बड़ा प्लेयर जो लीड कर रहा है वो कम से कम 10 साल या 6 सा साल तो लीड करे अब हर 3 साल में बदलो ग तो कैसे चलेगा ना और साथ ही मुझे लगता है ये सैलरी वाला पर्स भी हटा देना चाहिए भाई जिसको जितने पैसे में खरीदना है खरीदो ऑक्शन में आओ पैसे की बोली लगाओ और खिलाड़ियों की लॉटरी लगाओ जैसे फुटबॉल में होता है यहां पर तो आपने बांध के रखा हुआ है कि भाई 100 करोड़ से ज्यादा नहीं खरीद सकते यह क्या मतलब है भाई 1000 करोड़ से में खरीदने दो मिलने दो विराट कोहली रोहित शर्मा को ₹ 10000 करोड़ 50 करोड़ अब वो जब खेल रहे हैं दो महीने के लिए तो उनको 
मिलने चाहिए और अगर जैसे फॉर एग्जांपल मान लीजिए विराट कोहली कोई एंडोर्समेंट के लिए 
जाते हैं किसी एक दिन के इवेंट के लिए जाते हैं उनके कम से कम पैसे होंगे ती च करोड़ लेते होंगे विराट कोहली एक इवेंट पर जाने के लेकिन दो महीने आईपीएल खेलने के लिए उनको मिलते हैं ₹ करोड़ हिसाब लगा लो अगर मान लो 2 करोड़ भी एक दिन के अगर वो लेते हैं या 3 करोड़ भी लेते हैं 60 दिन होते हैं अब तो 70 दिन का आईपीएल है 210 करोड़ उनकी वैल्यू बनती है यहां पे आप उनको 15 करोड़ में खिला रहे हो तो ऐसे में मुझे लगता है कि ये जो सैलरी कैप है पर्स वर्स ये सब हट जाना चाहिए और बीसीसीआई कुछ ऐसे नियम लाने चाहिए जिससे आपकी जो फुटबॉल क्लब है आपकी जो वैल्यू है आपकी जो प्लेयर्स की वैल्यू है उन तक पहुंच पाए

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