IND vs ZIM 3rd T20i Team India : तीसरे मुकाबले में इस मैच विनर की होगी वापसी क्या ।
भारत और जिंबाब्वे के बीच पांच मैच की टी-20 सीरीज का तीसरा टी-20 मुकाबला हरारे स्पोर्ट्स क्लब स्टेडियम पर खेला गया जहां इस मैच में
रोमांच की सारी हदें पार हो गई अंतिम ओवर
तक मुकाबला पहुंचते पहुंच थे दरअसल
दोस्तों हुआ यह था कि यहां कप्तान सिकंदर
रजा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का
फैसला चुना और यहां जब जिंबाब्वे की टीम
बल्लेबाजी करने के लिए उतरी तो हमेशा की
तरह उनके लिए पारी की शुरुआत इनोसेंट काया
और विजली मेदवेद जहां दोनों बल्लेबाजों से
उम्मीदें तो यही लग रही थी कि पहले विकेट
के लिए बड़ी साझेदारी देखने के लिए मिले
लेकिन दोस्तों यहां पर इनोसेंट काया के
रूप में पहला बड़ा झटका जिंबाब्वे की टीम
को आवेश खान ने दिया जहां उन्होंने अंदर
आती हुई लेंथ की गेंद पर इनोसेंट काया को
डीप कवर्स के ऊपर से बड़ा शॉट खेलने के
लिए मजबूर किया और वहां खड़े रवि बिश्नोई
ने शानदार कैच लपक कर इनोसेंट काया का
विकेट मात्र 11 रन पर ही गिरा दिया अब
पहला बड़ा झटका लग जाने के बाद फिर
बल्लेबाजी करने के लिए उतरे ब्रायन बेनेट
जहां विजली मेदव और ब्रायन बेनेट मिलकर
साझेदारी को आगे बढ़ा पाते उस उससे पहले
ही विजली मै दवे को सातवें ओवर की दूसरी
गेंद पर रवि बिश्नोई ने बल्ड आउट कर दिया
और यहां विजली मेदवेद 20 रन बनाकर ही आउट
हुए अब ये दो बड़े झटके लग जाने के बाद
जिंबाब्वे की टीम पूरी तरह से लड़खड़ा
चुकी थी ऐसा लग रहा था कि आज के मुकाबले
में भी जिंबाब्वे की टीम ने पिछले मैच से
कुछ नहीं सीखा है और वो ज्यादा से ज्यादा
भारत के आगे 120 या 100 रन ही बना पाएगी
अब यहां ब्रायन बेनेट और डिन मेयर्स पर
पूरा दारोमदार था अपनी टीम के लिए ज्यादा
से ज्यादा रन ब का लेकिन दो दोस्तों
भारतीय गेंदबाजों को कहां पता था कि यह
दोनों बल्लेबाज मिलकर आज अपनी टीम की
किस्मत चमकाने वाले हैं जी हां दोस्तों
हुआ यह कि ब्रायन बेनेट ने ताबड़तोड़
बल्लेबाजी अपनी जैसे जारी रखी उसी तरह का
ढंग डियन मेयर्स ने भी दिखाया जहां दोनों
बल्लेबाजों ने मात्र 27 गेंदों में ही 72
रन की साझेदारी कर डाली थी इस दौरान विकेट
चटकाना काफी अहम हो चुका था तभी कप्तान
सुमन गिल ने फैसला किया कि वह गेंदबाजी पर
मुकेश कुमार को लेकर आएंगे और 14वें ओवर
की तीसरी गेंद पर मुकेश कुमार ने आ से ही
डिन मेयर्स के रूप में तीसरा बड़ा झटका
जिंबाब्वे की टीम को दिया जो कि 43 रन
बनाकर आउट हुए और डिन मेयर्स के आउट हो
जाने के बाद फिर बल्लेबाजी के लिए उतरे
कप्तान सिकंदर रजा जहां ब्रायन बेनेट और
सिकंदर रजा मिलकर साझेदारी को आगे बढ़ाते
हैं और अपनी टीम के स्कोर को 150 रन के
पार ये दोनों बल्लेबाज लेकर पहुंचे इस
दौरान जिंबाब्वे की टीम लगातार आगे बढ़ती
चली जा रही थी और दूसरी तरफ ब्रायन बेनेट
का बल्ला रुकने का नाम नहीं ले रहा था
उन्होंने मात्र 34 गेंदों में ही भारत के
खिलाफ 74 रन ठोक डाले थे अब यहां से मैच
पूरी तरह फंस चुका था तभी आवेश खान ने आकर
17वें ओवर में ब्रायन बेनेट का विकेट
गिराया जो कि 74 रन बनाकर इस मुकाबले में
आउट हुए और ब्रायन बेनेट का विकेट गिर
जाने के बाद भारतीय टीम को चैन की सांस आई
और इस बीच ब्रायन बेनेट के आउट हो जाने के
बाद उतरे जोनाथन कैंपबेल जहां जोनाथन
कैंपबेल और सिकंदर रजा ने मिलकर अपनी टीम
को 200 के पार पहुंचाया इस दौरान सिकंदर
रजा ने जहां 53 रन बनाए तो वहीं जोनाथन
कैंपबेल ने 10 रन की पारी खेली और
जिंबाब्वे की टीम 20 ओवर में पांच विकेट
के नुकसान पर भारत के खिलाफ 213 रन बनाने
में कामयाब रही और इस दौरान भारत के लिए
सबसे ज्यादा तीन विकेट आवेश खान के नाम
रहे तो वहीं एक-एक विकेट रवि बिश्नोई और
मुकेश कुमार के नाम रहा अब दोस्तों बारी
ती भारतीय बल्लेबाजों की इस मैदान पर कुछ
चमत्कार कर दिखाने की हालांकि दोस्तों
पिछले ही मुकाबले में ताबड़तोड़ प्रदर्शन
करके लौट रहे अभिषेक शर्मा से आज सभी को
काफी उम्मीदें थी लेकिन दोस्तों जब शम्मन
गिल और अभिषेक शर्मा ने पारी की शुरुआत की
तो आज अभिषेक शर्मा काफी बड़ी गलती कर
बैठे पिछले मुकाबले की गलती आज जिंबाब्वे
की टीम ने दोहराई नहीं और अभिषेक शर्मा को
पहले ही ओवर में खुलेआम छूट दी कि आप बस
चौके लगाइए और इसी जाल में अभिषेक
शर्मा फंस गए जहां पहला ओवर करवाने के लिए
आए जिंबाब्वे के लिए टेंडाई तारा ने अंदर
आती हुई लेंथ की स्लोअर वन गेंद पर अभिषेक
शर्मा को फंसा लिया और अभिषेक शर्मा आज के
इस मुकाबले में मात्र 11 रन बनाकर ही आउट
हुए वो भी चार गेंदों में अब दोस्तों
अभिषेक शर्मा का विकेट गिर जाने के बाद
भारतीय टीम काफी ज्यादा दबाम में आ चुकी
थी क्योंकि अभिषेक शर्मा से ही सबसे
ज्यादा उम्मीदें लग रही थी अब अभिषेक
शर्मा जब आउट हुए तो बल्लेबाजी के लिए
उतरे ऋतुराज गायकवाड़ जहां ऋतुराज
गायकवाड़ और कप्तान सुमन गिल पर हर किसी
की निगाई थी कि ये दोनों बल्लेबाज दूसरे
विकेट के लिए कितने रन जोड़ पाते हैं इस
दौरान सब कुछ सही चल रहा था लेकिन दोस्तों
आगे क्या होने वाला है इसका अंदेशा किसी
को भी नहीं था हुआ ये कि ऋतुराज गायकवाड़
जो बढ़िया लय से बल्लेबाजी कर रहे थे या
उन्हीं के रूप में भारतीय टीम को दूसरा
बड़ा झटका लगा जी हां दोस्तों ऋतुराज
गायकवाड़ बाहर जाती हुई आउटसाइड ऑफ की
गेंद को गलती से छू बैठे हालांकि ये गेंद
पूरी तरह से वाइड हो जाती अगर ऋतुराज
गायकवाड़ गेंद को जाने देते लेकिन
उन्होंने बल्ला बीच में अड़ा दिया और पीछे
खड़े विकेट कीपर बल्लेबाज क्लाइव मडा ने
ऋतुराज गायकवाड़ का कैच पकड़ लिया और 14
रन बनाकर ऋतुराज गायकवाड़ आउट हुए अब
दोस्तों भारतीय टीम को दो बड़े टके मात्र
33 रन के कुल स्कोर पर ही लग चुके थे
कप्तान सुमन गिल पर दबाव बढ़ता चला जा रहा
था और अब उनका यह दबाव कम करने के लिए
चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे रियान
पराग जहां रियान पराग और शुमन गिल ने
मिलकर पारी को आगे बढ़ाया दोनों
बल्लेबाजों ने अच्छी शुरुआत अपनी टीम को
दिलाई इस बीच 50 रन की साझेदारी भी हुई
लेकिन दोस्तों भारतीय टीम के कप्तान
सुम्मन गिल अपनी साझेदारी को ज्यादा देर
तक आगे बढ़ा नहीं पाए और 35 रन बनाकर वो
आउट हुए अब पूरी जिम्मेदारी रियान पराग और
रिंकू सिंह पर आ चुकी थी मैच जिताने की
क्योंकि इनके अलावा कोई और बल्लेबाज
भारतीय टीम को जिताने का दम रखता नहीं था
अब दोस्तों यहां रिंकू सिंह और रियान पराग
मिलकर साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए अंतिम
ओवर तक ले जाते हैं लेकिन दोस्तों इस बार
गौर करने वाली बात यह थी कि रिंकू सिंह ने
रियान पराग पर ज्यादा भरोसा दिखाया नहीं
क्योंकि अहम मौके पर रियान पराग अक्सर
अपना विकेट गवा देते हैं इसलिए उन्होंने
पूरी जिम्मेदारी अपने सर पर ली और यहां
रिंकू सिंह ने सबसे पहले तो मात्र 18
गेंदों में अपना अर्ध शतक पूरा किया और
अर्ध शतक जड़ने के बाद वो अपने शतक की ओर
आगे बढ़ चले इस दौरान अंतिम ओवर तक जब मैच
पहुंचा तो भारत को मुकाबला जीतने के लिए
छह गेंदों में 21 रन की दरकार थी अब
स्ट्राइक पर रियान परागते और अंतिम ओवर
करवाने के लिए ब्लेसिंग मुजर वानी को
कप्तान सिकंदर रजा ने भेजा था अब यहां
पहली गेंद ब्लेसिंग मुजर वानी ने यॉर्कर
लेंथ पर डाली जो कि रियान पराग से पूरी
तरह मिस हो गई और कोई रन नहीं मिला अगली
गेंद पर रियान पराग ने दो रन भागे और फिर
और यहां से भारतीय टीम को चार गेंदों में
19 रन की दरकार थे रियान पराग अभी भी
स्ट्राइक पर मौजूद थे और दोस्तों रियान
पराग शॉट लगाने की कोशिश तो बहुत कर रहे
थे लेकिन के बल्ले पर गेंद टच ही नहीं हो
रही थी जिसके चलते यहां जिंबाब्वे की टीम
पूरी तरह से फुल फॉर्म में थी कि व ही इस
मुकाबले को जीतेंगे लेकिन दोस्तों
जैसे-तैसे करके तीसरी गेंद को लैक साइड की
तरफ खेलकर रियान पराग ने एक रन भाग लिया
और अब स्ट्राइक पर आ गए हमारे सबसे बेस्ट
अभी तक के फिनिशर रिंकू सिंह जहां रिंकू
सिंह के आगे तीन गेंदों पर तीन
लगाने थे और तभी भारत की टीम मुकाबला जीत पाती क्योंकि तीन गेंदों पर 18 रन भारत को चाहिए थे अब चौथी गेंद को रिंकू सिंह ने
सामने की तरफ जड़ दिया पांचवी गेंद
को को डीप कवर्स के ऊपर से जड़कर
रिंकू सिंह ने भारतीय टीम को जीत की दहलीज
पर पहुंचा दिया अब एक गेंद शेष मात्र बची
हुई थी और मैच जीतने के लिए छह रन चाहिए
थे रिंकू सिंह बखूबी जानते थे कि ब्लेसिंग
मुजर वानी वाइड यॉर्कर लेंथ डालने की
कोशिश करेंगे और इसीलिए रिंकू सिंह ने
पहले से ही अपना आंखें जमा रखी थी और अपना बल्ले को और अपने बल्ले का परफेक्ट स्विंग
दिखाते हुए उन्होंने डीप मिड विकेट के ऊपर
से झड़ दिया जिसके चलते भारतीय टीम
के होनहार बल्लेबाज रिंकू सिंह ने इस
दौरान अपना शतक तो पूरा किया ही और 110 रन की उन्होंने पारी खेली और अपने शतक के साथ उन्होंने भारतीय टीम को मैच भी जिताया
बाकी इस मुकाबले में रियान पराग के बल्ले
से 35 रन निकले हालांकि दोस्तों हम आपको
बता दें कि भारत और जिंबाब्वे के बीच खेला
गया यह इंटर स्क्वाड और अभ्यास सत्र का
मुकाबला जिसमें भारतीय टीम की जीत हुई
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