Gautam Gambhir will be the head of the Indian team till 2027. क्या Rohit-Gambhir जीतेंगे WTC और CT?
बीते कुछ दिनों से इंडियन क्रिकेट फैंस को
अगर किसी खबर का इंतजार था तो वो
एगजैक्टली यह खबर थी खबर गौतम गंभीर की
इंडिया के हेड कोच बनने की जब से हम
वर्ल्ड कप जीते उसके बाद सब सोच रहे थे कि
यार अब तो टाइम आ गया है मतलब गंभीर के
कोच बनने की बात बहुत टाइम से हो रही थी
लेकिन उसमें थोड़ी बहुत डिस्कशन चल रही थी
कभी गंभीर की तरफ से कोई बात कभी जय शह की तरफ से कुछ बात और इन सबके बीच में हमारे अंदर वो मेमोरी भी है कि भाई अभी-अभी
वर्ल्ड कप जीत कर आए हैं रोहित शर्मा है
विराट कोहली है उस पर भी बहुत सारे सवाल
उड़ते लेकिन इन सबके बीच में वो खबर आ
जाती है जिसका हम इंतजार कर रहे हैं और
रोहित शर्मा और गौतम गंभीर जो एक टाइम पर
टीममेट्स की तरह खेला करते थे अब वोह कोच
और कैप्टन की तरह खेलेंगे मतलब बहुत
पुरानी बात कह सकते हैं क्योंकि 2007 की
बात है तो खैर पुरानी तो हो ही गई क्योंकि
उस टाइम पर रोहित शर्मा और गौतम गंभीर एक
साथ खेल रहे थे एक वो मैच भी आपको याद
होगा जहां पर पाकिस्तान को पांच रनों से
हराया था और उसके बाद उसमें 30 रन रोहित
शर्मा ने किए थे 75 रन गौतम गंभीर नहीं
किए थे तो मैं बता इसलिए रहा हूं ये बात
क्योंकि वो दो लोग जो क्रीज शेयर करते थे
जो पिच शेयर करते थे अब वो दो लोग दोबारा
से शेयर करेंगे लेकिन इस बार जिम्मेदारी
और बढ़ जाएगी एक इंडियन कैप्टन और एक
इंडियन कोच मतलब एक बात तो हमें ध्यान में
रखनी चाहिए कि रोहित शर्मा को बहुत पहले
से काफी तारीफ करते हुए काफी प्रेज करते
हुए आ रहे थे गौतम गंभीर आप याद कीजिए इस वर्ल्ड कप से पहले जिस तरह से रोहित शर्मा
को लेकर सवाल हो रहे थे उसके बाद जब रोहित
शर्मा ने रंस बनाने शुरू किए हालांकि 2019
जैसा वर्ल्ड कप नहीं रहा बहुत सारी
सेंचुरी नहीं आई लेकिन एक इंसान जो लगातार
तारीफ कर रहा था रोहित शर्मा की उस
सेल्फलेस अप्रोच की कि भाई रोहित शर्मा जो
हैं उनको फर्क नहीं पड़ता है उनका सिंपल
फंडा है कि शुरू के 10 ओवर में जितना
ज्यादा रन बना सकते हो उतना बना कर के टीम
को दे दो और यह हमने हर मैचेस में देखा और
गौतम गंभीर ही वो थे जिन्होंने कहा था कि
अगर रोहित शर्मा थोड़ा सा सेल्फिश होकर
खेलने लगे थोड़ा अपना सोचकर खेलने लगते तो
उनके पास 4045 सेंचुरी होती लेकिन क्योंकि
उनका खेलने का तरीका अलग है और उनकी वजह से टीम इतनी स्ट्रांग पोजीशन में आ जाती
है इस वजह से हम यहां पर हैं वरना आप याद
कीजिए तो आपको जो फाइनल मैच हम हारे थे
वर्ल्ड कप में उसमें भी रोहित शर्मा जब
आउट हुए थे तो टीम एक स्ट्रांग सिचुएशन
में थी टीम का स्कोर कुछ 80 90 के आसपास
हो गया था 10 ओवर में लेकिन उसके बावजूद
क्योंकि प्रेशर हमने इतना ले लिया था हम
ज्यादा रंस नहीं कर पाए खैर अब वो पुरानी
बात है अच्छी बात और नई बात ये है कि t-20
वर्ल्ड कप हम जीत चुके हैं हम आगे बढ़ गए
हैं और गौतम गंभीर जो कि रोहित शर्मा के
वन ऑफ द बिगेस्ट फैन हैं वो अब सात में
काम करने वाले हैं तो हमने रोहित एंड
राहुल एरा देख लिया अब गंभीर एंड रोहित
एरा देखने का टाइम आ गया है ये वही गौतम
गंभीर हैं जिन्होंने कहा था 2020 में कि
अगर रोहित शर्मा इंडिया के वाइट वाइट बॉल
कैप्टन नहीं बने तो इसमें किसी का नहीं
बल्कि इंडिया का नुकसान है और ठीक 4 साल
के बाद वो दोनों इस कमान को पकड़ कर अब
खड़े ठीक 4 साल बाद अब कोच बन गए हैं गौतम गंभीर और कैप्टन है रोहित शर्मा अब तो
आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जी
आने वाले टाइम में अगर कोई सबसे बड़ा
असाइनमेंट इनके सामने है तो वो है दिसंबर
में होने वाली बॉर्डर गवास का टोफी
क्योंकि उससे पहले ठीक है सीरीज है टी-20
हैं टेस्ट हैं बट सबसे बड़ा असाइनमेंट इस
साल का जो है वो है बॉर्डर गवाकर ट्रोफी
और वहां पर देखना होगा कि गौतम गंभीर किस
माइंडसेट से इस टीम को तैयार करते हैं
देखिए अगर वहां पर राहुल रबड होते तो हम
कहते कि जी राहुल रबड द वॉल हैं टेस्ट के
बादशाह हैं उनको पता है कैसे प्रिपेयर करना है और वो उसी तरह से प्रिपेयर कराते हैं और हमने देखा राहुल रवेट के साथ जब जब रोहित शर्मा आए टेस्ट मैचेस हमने काफी अच्छे खेले लेकिन अब गौतम गंभीर के साथ किस तरह से आप वो बड़ा असाइनमेंट अचीव करते हो यह देखना बहुत ज्यादा इंटरेस्टिंग होगा और बहुत लोग कह भी रहे हैं कि जी असल टेस्ट वहीं होगा उससे पहले जो मैचेस होंगे ठीक है गंभीर पता चल जाएंगे और जैशा ने भी कहा कि गंभीर जो है वो t-20 वाला जो माइंडसेट है वो भी काफी अच्छा है गंभीर का टेस्ट और ओडीआई वो अच्छे समझते हैं तो अच्छा मिश्रण है गौतम गंभीर ऑल फॉर्मेट के कोच के लिए लेकिन अब खैर वक्त ही बताएगा कि जी यू नो कि कैप्टन और लीडर में जो डिफरेंस होता है जिसके बारे में गौतम
गंभीर हमेशा कहते थे कि हमने बहुत सारे
कैप्टंस देखे हैं लेकिन रोहित शर्मा लीडर
हैं क्या इस लीडर को जो राहुल रबड ने करके
दिखाया इस लीडर के साथ क्या वही गौतम
गंभीर करके दिखा पाएंगे एक और सवाल जो
लोगों के दिमाग में है वो यह कि जी गौतम
गंभीर तो अंदर आ रहे हैं गौतम गंभीर कोच
रहेंगे उस टीम के के जिसमें विराट कोहली
भी खेल रहे हैं गौतम गंभीर जो कि बहुत
स्ट्रिक्ट रहते हैं अपने रूल्स एंड रेगुलेशंस को लेकर के हमने देखा है जब वो दिल्ली के साथ जुड़े थे तब भी हमने देखा जब वो लखनऊ के साथ जुड़े थे तब भी हमने देखा जब वो केकेआर के साथ जुड़े थे तब भी और जब जब हमने बात करी हर्षित ना आए थे वही बता रहे थे कि जी उनका बड़ा सॉर्टेड है उनको पता है करना क्या है और उनके प्लांस पहले ही रखे रहते हैं और आपको उसके अकॉर्डिंग चलना होता है अब देखना यह है कि विराट कोहली हमने जिनको देखा पास्ट में कुछ कोचेस से उनकी नहीं बनी और उस वजह से कुछ कोच जल्दी निकल कर चले गए तो ये देखना बहुत इंटरेस्टिंग होगा कि गौतम गंभीर जो अपने प्लान सामने रखेंगे क्या विराट कोहली उन प्लांस को अप्रूव खर वो क्या अप्रूव करेंगे बट क्या उनके साथ वो लाइन बाय लाइन चलेंगे क्या लगेगा कि हां सही है या फिर
थोड़े से इशू शुरू हो जाएंगे क्योंकि लोग
इस बारे में बात कर रहे हैं और हम आपसे भी
जानना चाहेंगे आपको क्या लगता है कि गौतम
गंभीर के आने के बाद कौन सी वो मुश्किल
चीजें होंगी जिसको गौतम को थोड़ा सा इज अप
करना होगा जैसे जब अमित मिश्रा हमारे पास
आए थे तो वो कह रहे थे कि जी राहुल रबड
में जो सबसे बड़ा चेंज हमने देखा कोच बनने
के बाद वो यह था कि वो लोगों के साथ घुलने
मिलने उठने बैठने लगे वरना जब वो प्लेयर
थे तब ऐसा नहीं करते थे प्लेयर थे तब वो
ज्यादातर अपने ड्रेसिंग रूम में रहते थे
अपने रूम में रहते थे अपने ही आसपास रहते
थे और दो-तीन लोग थे जिनसे वो बात करते थे
वरना पूरी टीम से प्रोफेशनली बातें होती
थी बट पर्सनल कांटेक्ट नहीं होते थे
बिकॉज़ इंट्रोवर्ट टाइप के लोग होते हैं
इसमें कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन वो उस
चैलेंज को ओवरकम किया जब वो कोच बन गया बिकॉज़ आप इंट्रोवर्ट बन के कोच नहीं बन
सकते आपको लोगों के साथ घुलना मिलना पड़ता है बहुत सी चीजें समझनी और सिखानी और सीखनी पड़ती है और अब देखना यह है कि वो कौन सी मुश्किलें होंगी वो कौन सी
मुश्किलात होंगे जिनसे ओवरकम करना पड़ेगा
गौतम गंभीर को खैर आपको क्या लगता है गौतम गंभीर के लिए वो सबसे बड़ी मुश्किल कौन सी होगी जिसको ओवरकम करना पड़ेगा या वो कौन सी उनकी अपनी हैबिट होगी जो इन 15 खिलाड़ी जिसके साथ वो मूव करते रहेंगे अलग-अलग सीरीज में उनको अडॉप्ट करने के लिए चेंज करना पड़ेगा या फिर वो कौन सा खिलाड़ी
होगा जो गौतम गंभीर के आने से थोड़ा सा
उसको अपने बिहेवियर में चेंजेज लाने
पड़ेंगे आपको क्या लगता है कौन सा वो
खिलाड़ी होगा कैसा होने वाला हैय गौतम
गंभीर का आगे आने वाला पूरा टेनर जो भी
आपको लगता है मुझे कमेंट सेक्शन में जरूर
बताएं एंड लेट्स होप कि जिस तरह से 2007
2011 2012 14 और 24 में गौतम गंभीर को यू नो सक्सेस मिली है चाहे वो आईपीएल या
आईसीसी टूर्नामेंट हो उसी तरह से आगे भी
हमें बड़े टूर्नामेंट में सक्सेस मिलती रहे र आपको क्या लगता है मुझे कमेंट
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