
एस आर एच वर्सेस आर आर के मैच में जीत भले ही एस आर एच की हुई हो लेकिन जो दिल था वो आर सी, बी और एम आई वालों को टूट रहा था क्योंकि वो जो ख्वाब सजोए बैठे थे की भाई ये हारेंगे, हमारी संभावनाओं बनी रहेंगी। वो इस मैच के साथ खत्म हो जाती है। हालांकि ये मैच मैच नहीं इट वास् अब्सोलुट सिनेमा एक ऐसा सिनेमा जिसे आप बार बार देखना चाहेंगे जिसका आगाज़ भी भुवनेश्वर कुमार से होता है और जिसका अंत भी भुवनेश्वर कुमार से होता है।

भुवनेश्वर कुमार जी ने बी सी सी आई ने हास्य पर डाल दिया जिन्हें बी सी सी आई ने अपने कांट्रॅक्ट से बाहर कर दिया। जिन्हें सेलेक्शन के लिए कंसिडर भी नहीं किया गया।वो इस मैच में मानो बी सी सी आई को एक स्टेटमेंट दे रहे थे की अभी भी स्विंग का किंग अगर कोई है तो वो भुवनेश्वर है। पहले ओवर में जीस तरह से गेंदबाजी शुरू करी जीस तरह से संजू सैमसन को बोल्ड मारा। वो कमाल था और फिर आखिरी ओवर में जीस तरह से आउट किया, वो भी अपने आप में बेमिसाल था। भुवनेश्वर इस मैच में कॉमेंट्स के साथ ज़ोर लगा रहे थे लेकिन बाकी जो टीम थी वो ऐसा लग रहा था की हार ने इरादे से आई है क्योंकि राजस्थान रॉयल्स के सामने जो एस आर एस की फील्डिंग थी, वो आज थर्ड क्लास थी।

यशस्वी जयसवाल का एक आसान सा कैच पट कमिंस नहीं ड्रॉप किया। एक आसान सा कैच ड्रॉप होता है रियान पराग का। अभिषेक शर्मा के थ्रू और उसके बाद आखिरी के ओवर में हर वो बॉल जो सिंगल थी, उसे डबल में कॉनवर्ट करवाया जा रहा था। क्लासन क्लूलेस थे की उनके फील्डर्स क्या कर रहे है? लेकिन भुवनेश्वर को शायद अपने आप पे भरोसा था और इसी वजह से जब आखिरी बॉल पर पावेल को दुनिया एक्सपेक्ट करे थे की शायद ऑफस्टम के आस पास वैट जाएगी तो उन्होंने फुल टॉस दी, जो पैक पर लगी और पावेल के साथ राजस्थान का भी इस मैच में गेम ओवर हो गया।
कमाल का मैच कमाल का मैच और इस कमाल के मैच में दो बड़े हीरो थे एक कप्तान पैट कॉमन्स, दूसरे भुवनेश्वर उन्नीसवा बीसवां ओवर इट वास् एन अब्सोलुट सिनेमा क्योंकि जीस जगह से हार करे जीते वहाँ से जीत कम होती है। 19 ओवर की पहली बॉल पर विकेट गिरता है। दूसरी बॉल पर सिंगल, फिर डॉट डॉट डॉट हलाकि आखरी बॉल पर एक छक्का लग कर मैच फिर बन जाता है। बीसवें ओवर में पहली बॉल पर सिंगल जाता है। अशविन बड़ी होशियारी से सिंगल देते हैं की पावेल आएँगे, खेलेंगे जीते हारे गाली भी उनकी क्रेडिट भी। उनका नाम भी उनका बदनामी हुई तो भी उनकी उसके बाद एक घूम कर चौका मारते हैं। फिर जो सिंगल होता फिर वो डबल जाता है, फिर सिंगल को डबल में कॉनवर्ट करते हैं। लेकिन आखिरी बॉल पर भुवनेश्वर अपना जलवा जलाल करते हो और मैच को अपने नाम कर लेते हैं। अट्ठारहवीं ओवर में सात रन, 19 ओवर में सात रन और 20 ओवर में 11 रन जाने के बावजूद एस आर हेच। ये मैच जीत जाती है और इस जीत के साथ एक तरफ वो आर सी बी को एक तरफ एम आई को बाहर करती है तो सी एस के लिए भी एक अलार्म क्लॉक होता है कि यहाँ से आपको अपने दम पर जीतना होगा क्योंकि अब चार टीमें जो है काफी हद तक क्लियर हो रही है।
एस आर एच इस मैच में जीत के साथ लखनऊ के साथ साथ 10 पॉइंट लेकर तीन और चार पर बैठी हुई हैं। सी एस के पांच पर हैं। सी एस के अगले मुकाबले जो हैं उस पंजाब से जिसने उसे हराया था। सी एस के अगला मुकाबला आर सी बी से हैं जिसने बीते मैचेस में पटकरी दी थी। एस आर हेच को सी एस के का मुकाबला जो हैं वो आर आर से हैं जो अभी भी नंबर वॅन टीम हैं। एस एम एस सी एस सी गिराये भी आसान नहीं रहने वाली और ये मैच भी नहीं रहने वाली।
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