PBKS VS KKR पंजाब किंग ने 262 रन चेस विन पंजाब
कोलकाता और पंजाब किंग्स की टीम आमने सामने होती है तो मुकाबला तो रोमांचक बनना अपने आप में ही तय हो जाता है और ऐसा हिडन गार्डन्स के मैदान पर आखिर एक बार फिर से हुआ। दरअसल दोस्तों यहाँ पर पंजाब के कप्तान सैम करन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। हालांकि उन्होंने ये सोचा होगा की कोलकाता की टीम को 180, 150 तक रोक देने के बाद अपनी टीम को वो मैच जिताएंगे। लेकिन दोस्तों यहाँ पर उनके सभी इरादों पर पानी फेर दिया। फील साल्ट और सुनील नारायण ने जीया दोस्तों यहाँ पर जब दोनों बल्लेबाज पारी की शुरुआत करने के लिए आए तो यहाँ पहले ही ओवर में ऐसा प्रदर्शन दिखाने के बाद तो लगने लगा कि आज इस स्कोर 200 रन के पार हैं। जी हाँ, दोस्तों यहाँ ना तो कग्गीस और रवाड़ा बक्से गए ना अर्शदीप सिंह को मैच में वापसी करने का मौका मिला क्योंकि यहाँ पर सुनील नारायण रुकने का नाम ही नहीं ले रहे थे। दोनों बल्लेबाजों ने तो मात्र 52 गेंदों में ही सतकीय साझेदारी करणा ली थी। इस बीच सुनील नारायण ने अपना अर्धशतक मात्र 21 गेंदों में पूरा किया तो उनका साथ निभाने वाले फ़िल्म साल्ट ने भी 50 रन की पारी 23 गेंद में खेल कर अपने इरादे साफ़ कर दिए थे कि आखिर आज ये स्कोर कहाँ तक पहुंचेगा? डर तो ये इस बात का ताकि पंजाब की टीम के कप्तान सैम करन पूरी कोशिश कर रहे थे कि कैसे भी करके इनको आउट किया जाए, लेकिन यहाँ एक भी विकेट मिल नहीं पा रहा था।और देखते ही देखते ये साझेदारी 100 अड़तीस रन तक पहुँच गई और कोई भी विकेट गिरा नहीं था। तभी ग्यारहवां ओवर जब लेकर राहुल चाहर आए तो यहाँ पर उन्होंने जॉनी बिस्तरों के हाथों सुनील नारायण को बड़ा शॉट खेलने के लिए मजबूर किया। हालांकि यहाँ पर इतनी गर्मी में तेज बल्लेबाजी करने के कारण सुनी। नारायण थक चूके थे और इस शार्ट में दम दिखा नहीं। जिसके चलते कॅछ सीधा बस्टर ने पकड़ कर उनको चलता किया और 32 गेंदों पर नारायण ने नौ चौके चार छक्कों की बदौलत 71 रन बनाए। जैसा की आप यहाँ पर स्कोरकार्ड में भी देख सकते हो। अब सुनी नारायण ने तो अपना काम कर दिया था। बाकी अब बारी थी अगले बल्लेबाजों की जहाँ तीसरे नंबर पे बल्लेबाजी करने वेंकटेश अय्यर उतरे। दोनों बल्लेबाज फील साल्ट और वेंकटेश अय्यर साझेदारी को आगे बढ़ा पाते उससे पहले ही सेम करण ने तेरहवां ओवर डालने का निर्णय लिया। आपने दो गेंदों पर तो दो छक्के लग जाने के बाद ऐसा लगने लगा कि आज फ़िल्म साल्ट इनको अच्छे से धोने वाले हैं, लेकिन सैम करण ने तभी चतुराई दिखाते हुए एकदम सही एग्ज़िक्यूशन के साथ योर्कर लेन्थ पर गेंदबाजी कर दी और फिर साल्ट उस गेंद पर भी बड़ा शॉट लगाने की कोशिश में गए और गेंद ने सीधा उनकी गिलियां उखाड़ दी। जिसके चलते फील साल्ट 37 गेंदों पर छह चौके और छह छक्कों की बदौलत 75 रन बनाकर आउट हुए और जब फील का विकेट गिरा था तब 163 रन पर कोलकाता की टीम दो विकेट के नुकसान पर खेल रही थी। अब वेंकटेश अय्यर और आंध्र रस्ल मैदान पर थे। दोनों बल्लेबाजों से यही उम्मीद थी कि ये इस स्कोर को 250 या फिर 290 रन के करीब लेकर जाएंगे। लेकिन यहाँ पर आंध्र रसल आज के इस मुकाबले में अपनी छाप छोड़ नहीं पाई। जिया दोस्तों अर्शदीप सिंह ने सोलहवे ओवर की तीसरी गेंद पर उनको चलता किया जहाँ एक तीखी बाउंसर गेंद पर हर्षदीप सिंह को आंध्र रसल सरप्राइज़ होकर गेंद को बचने के लिए खेल बैठे और टॉप एज लग कर सीधा वो कैच हर्षल पटेल के हाथों में चला गया जो की स्क्वायर लेक की तरफ खड़े हुए थे। अब दोस्तों आंध्र रसल 24 रन बनाकर जैसे ही आउट हुए फिर मैदान पर आए श्रेय जनसरेश अय्यर ने फिर पारी को संभालना और इस दौरान अय्यर ने तो नौ गेंदों पर छक्के और एक चौके की बदौलत 28 रन जड़ डाले। लेकिन यहाँ सुरेश अय्यर ने एक गलती की और रवाड़ा को वो कैच दे बैठे। 28 रन की पारी उनकी यही समाप्त और जब अय्यर आउट हुए तो रिंकू सिंह भी अच्छा प्रदर्शन कर नहीं पाए। चार गेंदों में मात्र पांच रन उन्होंने बनाए तो रमनदीप सिंह के बल्ले से भी मात्र छह रन निकले। लेकिन वेंकटेश अयर ने अपनी टीम को 250 रन के पार पहुंचाने का काम किया जिन्होंने तीन चौके और दो छक्कों की बदौलत 39 रन जड़कर इस मैच में अपनी टीम को सम्मानजनक 261 रन के पुलिस स्कोर पर पहुंचाया। इस दौरान पंजाब के लिए सबसे ज्यादा दो विकेट अर्शदीप सिंह के नाम रहे तो वही एक एक विकेट सैम करन, हर्षल पटेल और राहुल चाहर को मिला। अब दोस्तों बारी थी पंजाब किंग्स की टीम की, जब पंजाब की टीम को मैदान पर 262 रन बनाने थे। इस मैच को किसी भी हाल में जीतने के लिए लेकिन दोस्तों जीस बात का डर की टीम को सता रहा था। वही मैदान पर हुआ। दरअसल विकेट गिरने का ये डर पंजाब की टीम को इस मैच में इस कदर लेकर गया की यहाँ पर प्रभ सिमरन सिंह ने बिना अपना विकेट गंवाए ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करना शुरू कर दिया। इस बीच कोलकाता के गेंदबाज पूरी कोशिश कर रहे थे की कैसे भी करके प्रभ सिबरन सिंह या फिर जॉनी बेस्टर को जल्दी से आउट किया जाए और इनके आउट होने के बाद भला पंजाब की टीम वापसी कर कैसे पाएगी? लेकिन दोस्तों यहाँ पर मुकाबला तो कुछ ऐसे करवट ले रहा था की मानो या के के आर की टीम ही लड़खड़ाती हुई नजर आ रही थी। जी यहाँ दोस्तों 262 रन का विशाल स्कोर बना देने के बाद भी कोलकाता के कप्तान सुरेश अय्यर इधर से उधर घूम कर बस अपने गेंदबाजों को समझाते बुझाते नजर आ रहे थे की कैसे भी करके इन्हें आउट करो। क्योंकि यहाँ पर 93 रन की साझेदारी प्रभसिमरन सिंह और जॉनी बेयरस्टों 36 गेंदों के भीतर ही करण डाली थी। अब दोस्तों प्रभसिमरण 1 रन की चाकर में रन आउट होगए अब रायली रूसो आए और 16 गेंदों मैं 26 रन करके कैच आउट हुए शशांक सिंह आए 28 गेंदों मैं 68 मार के मैच जिताया।
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