DC vs GT: लास्ट ओवर रोमांचक ओवर गुजरात टाइटंस और दिल्ली कैपिटल
दिल्ली और गुजरात का मैच कोई साधारण मैच नहीं था। ये अब्सोलुट सिनेमा था। वो सिनेमा जो इस साल कई बार हमें देखने को मिला।लेकिन जब पलट कर आप देखेंगे और आपको दिखाई पड़ेगा की यार दिल्ली ने चार रनों से गुजरात को हराया तो आपकी नजर में जीत का जिम्मेदार कौन होगा? वो ऋषभ पंत जिन्होंने आखरी ओवर में 130 रन मारकर।डिफरेंस क्रियेट कर दिया, क्योंकि उन्नीसवें ओवर तक गुजरात दिल्ली से बेहतर खेल रही थी।दिल्ली से बेहतर थी। इन फॅक्ट लास्ट बॉल तक शायद वो बेहतर थे। 19 ओवर पांच गेंद तक अगर आप दिल्ली और गुजरात के रन देखोगे तो आप गुजरात किरण ज्यादा नजर आए। लास्ट बॉल या इस जीत का सेहरा आप के सिर पर बांधोगे जिन्होंने रशद खान की गेंद पर वो जो बाउंड्री लाइन से बॉल टकेल दी थी और सिक्स की जगह सिर्फ एक रन दिया था।वो डिफरेंस था।इसका फैसला हम आप पर छोड़ देते हैं की और इसीलिए मैच को हम अब्सोलुट सिनेमा कह रहे हैं। दिल्ली कैपिटल ने गुजरात टाइटल्स को चार रनों से हरा दिया है। दिल्ली के साथ अपनी प्लेऑफ की उम्मीदों को बरकरार रखा है और आर सी बी के अलावा या पंजाब आर सी बी के अलावा जितनी भी टीम है वो सभी प्लेऑफ का ख्वाब देख सकती है। ऋषभ पंत ने ये मैच जीता और राशिद खान ने दिल जीता। खान साहब जो है वो हमेशा कमाल रहे हैं और खान साहब ने इस मैच में अपना जलवा फिर जला दिया। खान साहब आखिर तक कोशिश करते रहे। बेहतरीन लास्ट ओवर था टी 20 क्रिकेट में खान साहब हमेशा से एक फाइटर रहे। आखिरी ओवर में छह पर 19 रहे थे। खान साहब ने पहली बॉल पर चौका मारा। आज जगी दूसरी बॉल पर चौका मारा तीसरी बॉल पर एक जबरदस्त ड्रामा देखने को मिला और जो फुल टॉस बॉल थी छूट गई।आई थिंक वो भी मैच जिताने वाला मोमेंट हो सकता था। थोड़ा सा अनफारचुनेट था, फिर एक शॉट मारा उसपे सिंगल नहीं लिया। हालांकि तीसरी बॉल का भी सीन बड़ा गजब का था। खान साहब शॉट मारते हैं, बॉल मिस करते हैं और मोहित शर्मा बहुत जाते हैं और मोहित को वापस भेजते हैं। क्या वापस जाओ?मौत के लिए वैसे भी दिन अच्छा नहीं था। 70 रन से ऊपर पिटे हैं वो हैयेश्ट आप पीटने वाले बोलर बन गए हैं आई पी एल के बट। फिर पांच ही बॉल पर खान साहब छक्का मार देते हैं। दो बॉल पर 11 चाहिए होता, पांचवीं पे छक्का मारते हैं और लास्ट बॉल तक मैच में जो गुजरात है वो रहती है। उम्मीदें खान साहब से होती है, लेकिन आखिर में जीत मुकेश कुमार की होती है और मुकेश कुमार लास्ट बॉल पर सिंगल की वजह से बच जाते हैं। अगर शायद कोई साथ निभाने वाला होता तो ये मैच गुजरात का हो सकता था। अगर स्टफ स्नो बॉल ना मारी होती तो मैच हो सकता था। ऋषभ पंत ने वो पारी ना खेली होती तो भी मैच हो सकता था लेकिन वही बात है कि अगर मेरी चाची के मूचे होती तो वो चाचा होते, चाची के होते। दिल्ली कैपिटल जीतती है तो दिल्ली कैपिटल के सिर पर सेहरा बनना चाहिए। दिल्ली आइस आई पी एल में अजीबोगरीब तरीके से आगे बढ़ी शुरुआत के पांच मैच इसमें सिर्फ एक मैच जीते हैं और आखिरी के चार मैच में तीन मैच जीते हो और फिलहाल वो धीरे धीरे पिक कर रहे हैं। ऋषभ पंत की लीडरशिप ऋषभ पंत जिन पर खुद बहुत सारे क्वेश्चन्स हुए थे लेकिन आज उन्होंने जो पारी खेली वो कमाल कमाल थी और इस कमाल के चलते ही ऋषभ की टीम जो है वो धीरे धीरे बेहतर हो गई। इस मार्च में मिलर भी कमाल थे। नौके के उबर में जो उन्होंने 30 रन मारे थे वो भी कमाल तैयार चौका, छक्का डॉट छक्का, छक्का, छक्का दो तो दम तो है इसमें मैच में साईं सुदर्शन की भी रंग जो थे वो भी दमदार थे। 39 बॉल पैसठ रन कमाल के प्लेयर है तो उनके अंदर भी एक कन्सिस्टेन्सी और हर मैच में लगभग करते हैं। इससे पहले 130 रन
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